गोर्रा बना महुआ शराब का गढ़ ....!

 


लॉक डाउन में बढ़ी महुआ दारू की स्मगलिंग, पुलिस लगातार आरोपियों को पकड़कर भेज रही जेल


देशी और अंग्रेजी शराब दुकान बंद रखने से बढ़ी महुआ दारू का स्मगलिंग


रायगढ़ । कोरोना वायरस के चलते समूचे देश में लॉक डाउन है। गरीबों के लिये जहा लॉक डाउन आफत बनी हुई है वही कई लोग इसका फायदा उठाते हुए जोरो से कालाबाजारी और तस्करी का धंधा करने में लगे हुए है। इस कोरोना के कहर के चलते शासन ने देशी और अंग्रेजी शराब दुकान बंद रखने के आदेश दिए है वही कई लोग इसका नाजायज फायदा उठाते हुए कई गांवों में पुराने पद्धति से महुआ शराब बनाना शुरू कर दिए हैं। और जोरों से महुआ शराब की स्मगलिंग लगातार हो रही है।


इसी तस्करी को रोकने रायगढ़ पुलिस ने शहर के आखिरी छोर में चेक पॉइंट लगाया हुआ है। बावजूद लोग बेधड़क महुआ शराब लेकर चल रहे हैं और पकड़ा भी रहे हैं। टीआई युवराज तिवारी और उनकी टीम द्वारा अब तक इस तरह के 8- 9 केस बना चुके है। बावजूद लोग बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले सप्ताह भर से धर पकड़ और चेकिंग तेज हो गया है। इसकी चपेट में महुआ शराब के कारोबारी लगातार गिरफ्त में आ रहे हैं।


शुक्रवार को टीआई युवराज तिवारी और उनकी टीम द्वारा कोतरारोड थाना क्षेत्र के गांव कुर्मापाली में ग्रे रंग के स्वीप्ट कार क्र.CG13W/685 में आरोपी राकेश बघेल पिता विजय बघेल उम्र 28 साल साकिन नवापारा बघेल मोहल्ला थाना कोतरारोड को शराब लेकर बिक्री करने हेतु कुरमापाली, गोर्रा की ओर जाते हुए पकड़े जिसके पास से 65 लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त किया गया था । आरोपी की कार भी जप्त की गई है ।


उल्लेखनीय है कि ग्राम गोर्रा,कुर्मापाली व आसपास में महुवा शराब भारी मात्रा में बनाई व बेची जा रही है, ग्राम पंचायत गोर्रा की माने तो उनके द्वारा गांव में मुनियादी भी कराई गई थी की अगर कोई दारू बनाते या बेचते पकड़ा गया तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी इससे भी पंचायत को कुछ खास सफलता प्राप्त नही मिल पाया था ।


गांव के महिला समूहों को इस बारे में चर्चा गया तो उनका स्पष्ट कहना था कि "हमारे गांव में बहुत पहले से महुआ का शराब  बड़े आसानी मिल जाता है इस कारण शराब पीने वालों की कभी लम्बी कतार प्रत्येक शाम को देखने को मिलता है,शराब पीने के लिए न जाने कितने प्रकार के गांव के लोग गांव में प्रवेश कर रहे है जिसमे कोरोना का संक्रमण का डर कभी हद तक बढ़ जाता है ।
महिलाओ का कहना था कि उनको शराब कारण अनेक प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता हैं, जिसके उनका व उनके बच्चो का भविष्य अंधकार नजर आता है ।


जानकारों की माने तो कई चर्चित गावों के चिन्हित लोगों द्वारा बड़ी मात्रा में महुआ शराब बनाए जाने की खबर छनकर सामने आई है। दरअसल लॉक डाउन के चलते आबकारी विभाग का अमला जिला मुख्यालय से हिल नहीं रहा है। और लोग इसी का नाजायज फायदा उठा रहे हैं।


(सुरेन्द्र बघेल) RA न्यूज़ ब्योरो चीफ पुसौर,रायगढ़ ...!!