*असलम खान धरमजयगढ़ रायगढ़ * छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मरीज़ों की संख्या को लेकर राज्य सरकार और पूरा प्रशासनिक अमला बेहद चिंतित नज़र आ रहा है हर शहर से लेकर गांव तक प्रशासन ऐहतियात बरतने कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. अपने घरों में रहने लॉक डाउन का पूर्णतः पालन करने की लगातार लोगों को समझाइश दी जारही है.
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी एस बाबा के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग चौबीसों घंटे एलर्ट है. आज की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में हॉट स्पॉट बन चुके कटघोरा में 4 और बिलासपुर में 1 संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ने के बाद प्रशासन व स्वास्थ्य अमला और ज़्यादा मुश्तैद हो गया है हालांकि राज्य में कुल 30 पेसेंट में से 10 लोग ठीक हो चुके हैं अभी कुल 20 केस एक्टीव हैं ,लेकिन शासन द्वारा जांच पड़ताल की गति में तेज़ी आई है. इन मायनो में गंभीरता दिखाते हुए धरमजयगढ़ स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जाकर अपने दायित्यों और कर्तव्यों का निर्वहन पूरी ईमानदारी के साथ समर्पित भाव से कर रहे हैं.इस नाजुक दौर में भी यहाँ स्वास्थ्य विभाग कमर कसकर मजबूती के साथ खड़ा है.
मिली जानकारी के मुताबिक अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा धरमजयगढ़ ब्लॉक के करीब 1000(एक हज़ार ) लोगों को जांच कराने की समझाइश दी है.वहीँ 9 लोगों का जांच हेतु सेम्पल लिया गया है.साथ ही हाल में लॉक डाउन की अवधि में कटघोरा से आये हुए व्यक्तियों और उनके संपर्क में आये हुए लोगों की पहचान कर उनका स्वास्थ्य परिक्षण कर उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है. स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों की माने तो यह कार्य पूरे विकासखंड में आज तक की स्थिति में सतत जारी है.स्वास्थ्य अमला अपने कार्य में दिन रात लगे हुए हैं. इनके द्वारा दुर्गम पहाड़ी पहुँच विहीन ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचकरअपनी ड्यूटी बखूबी निभा रहे हैं.
इस कार्य को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने प्रमुख रूप से सिविल अस्पताल के बीएमओ डॉ. भगत , डॉ खुर्शीद खान,डॉ शेख नूर,डॉ सुनिल भोई,डॉ प्रताप पंडा,डॉ रामानन्द चौधरी, बीपीएम सूरज पटेल, आर एच ओ पुरुष व महिला , विष्णु झरिया,मोनू वर्मा सत्यम् पाल ,डॉ भैना,डॉ भूपेंद्र चौहान सहित सभी सिस्टर नर्स महत्पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.