*वनोपज की खरीदी से क्षेत्र के ग्रामीण आर्थिक रूप से हो रहे समृद्ध -- डीएफओ प्रियंका पांडे*
*असलम खान धरमजयगढ़*--
वन धन योजनान्तर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य में वनोपज खरीदी का कार्य धरमजयगढ़ वनमंडल में किया जा रहा है. इस सम्बन्ध में डीएफओ प्रियंका पाण्डे ने बताया की इस खरीदी से कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन के दौरान भी ग्रामीणों को उनके द्वारा संग्रहित लघु वनोपज का वास्तविक मूल्य प्रदान कर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत किया जा रहा है.उन्होंने बताया की लॉक डाउन के दौरान अब तक की स्थिति में धरमजयगढ़ वनमंडल में 157 क्विंटल वनोपज की खरीदी की जा चुकी है.
वन तथा सीमावर्ती क्षेत्रों से चरोठाबीज,हर्रा (गोटा ) नागरमोथा ,धबईफूल,महुवाफूल ,इमली ,बहेड़ा , शहद ,माहुल पत्ता ,सबई घास ,भेलवां आदि खाद्य एवं ओषधि योग्य वनोपज संग्रहण चालू है.ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन ने लॉक डाउन किया है लेकिन इस बीच अति आवश्यक एमरजेंसी सेवाओं को मुक्त रखा गया है.कुछ शर्त एवं निर्देशों के साथ वनोपज के संग्रहण को भी छूट दी गई है ,जिसके तहत धरमजयगढ़ वनमंडल में अब तलक 157 क्विंटल वनोपज की खरीदी की गई है.
मौजूदा लॉक डाउन के हालात को देखते हुए विभाग द्वारा बार ग्राम स्तर पर संग्राहकों से वनोपज की खरीदी की जा रही है ताकि वनोपज वनोपज विक्रय करने उन्हें इधर उधर ना भटकना पड़े.इसलिए ग्राम स्तर पर ही महिला समूहों को जिम्मेदारी दी गई है उनके द्वारा ग्राम स्तर पर ही संग्राहकों से वनोपज की खरीदी की जा रही है.
*संग्राहकों को इन शर्तों का करना होगा पालन*
लघु वनोपज संग्रहण के दौरान कोरोना वायरस से बचाओ के सम्बन्ध में शासन द्वारा जारी सुरक्षात्मक उपायों का विशेष रूप से पालन करना है.लघु वनोपज संग्रहण के समय एक दूसरे से कमसे कम 3 मीटर की दुरी बनाये रखना होगा.स्वसहायता समूह द्वारा हाट बाज़ार में क्रय नहीं किया जायेगा बल्कि उनके द्वारा ग्राम स्तर पर ही घरों में क्रय किया जायेगा.महिला समूह के सदस्यों को ग्लोब्स कैप तथा मास्क अनिवार्य रूप से पहनना होगा.