शासकीय राशन दूकान में भारी गड़बड़झाला की शिकायत* *गरीबों के निवाले पर डाला जा रहा डाका*

*असलम आलम धरमजयगढ़ न्यूज़* - न्यूज़ एक तरफ जहाँ छत्तीसगढ़ सरकार कोई गरीब भूखा न रहे इसके लिए पूरी कटिबद्धता के साथ लगी हुई है वहीं देखा जा रहा है, कुछ पंचायतो में मुख्यमंत्री की सोंच और घोषणा को दरकिनार करते हुए गरीबो के राशन में *डाका* डाला जा रहा है।भोले भाले ग्रामीणों के मुँह से निवाला छीनने का अजीबो गरीब खेल खेला जा रहा है ।


आपको बताना चाहेंगे ये मामला धरमजयगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम तेंदुमुड़ी का है, जहाँ से खबर आ रही  है  की ,प्रदेश के मुखिया की घोषणा बाद पंचायतों ने गरीबों को राशन बांटना तो शुरू कर दिया, लेकिन राशन में कटौती का काम भी जोरो पर हैं,पंचायत से कम चावल लेने वाले हितग्राहियों ने जब चावल वितरक समूह के साथ जनप्रतिनिधियों की पोल खोली तो पूरा  मामला प्रकाश में आया।
इस मुआमले में हितग्राहियों की शिकायत है की पंचायत में राशन वितरण को लेकर धांधली की जा रही है राशन कम दिया जा रहा है ,यहाँ तक की स्कूली बच्चों के नाम का राशन भी कम दिया जा रहा है, बच्चों को सब्जी दाल तो बिलकुल दिया ही नहीं जा रहा है ऐसा ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है। ग्रामपंचायत तेंदुमुड़ी में राशन कम देने व् न देने की बात जब गाँव में आग की तरह फैल गई तो आनन् फानन में गाँव में जनप्रतिनिधियों द्वारा देर रात तक गाँव के कुछ लोगों को राशन बाँट दिया गया,जो कहीं न कहीं किसी और बात की ओर इशारा करता है।


बता दें, अभी जब देश भीषण महामारी के दौर से गुजर रहा है ऐसे में राशन कम देने व् न देने का कृत्य गंभीर चिंता का विषय है।आखिर में अब गाँववासी मायूस होकर चाह रहे हैं राशन वितरण के समय खाद्यान विभाग के अधिकारी व् कर्मचारी मौके पर आकर वहाँ  मौजूद रहें और राशन वितरण करवाएँ। ताकि राशन दूकान में गरीबों को उनके हक का सहीं व् उचित मूल्य में राशन मिल सके।


हालांकि जानकारी आ रही है की धरमजयगढ़ फ़ूड इंस्पेक्टर तक मामला पहुँच चूका है और अधिकारियों द्वार मौके पे जाकर जांच पड़ताल भी की जा रही है।
लेकिन अब देखना होगा, अधिकारियों को पड़ताल में क्या कुछ मिलता है। राशन से जुड़े मामले में क्या *कार्यवाई* होती है यह भी देखने वाली बात होगी*?*